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मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज रखेंगे एसटीपी की आधारशिला…₹130 करोड़ होंगे खर्च, 4 बड़े नालों का गंदा पानी हसदेव नदी में नहीं जाएगा…कोरबा शहर भी होगा वाटर प्लस…

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज रखेंगे एसटीपी की आधारशिला
- ₹130 करोड़ होंगे खर्च, 4 बड़े नालों का गंदा पानी हसदेव नदी में नहीं जाएगा
- कोरबा शहर भी होगा वाटर प्लस
कोरबा । कोरबा जिला नगर निगम ने सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने प्रक्रिया शुरू कर दी है। पहले चरण में 130 करोड़ 16 लाख की राशि खर्च की जाएगी। दूसरे चरण में टरसरी ट्रीटमेंट प्लांट (टीटीपी) कर निर्माण 38.78 करोड़ से कराया जाएगा। इसके निर्माण से हसदेव नदी में नाली और नालों का गंदा पानी नहीं जाएगा। नदी किनारे पाइपलाइन बिछेगी। 12 दिसंबर को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एसटीपी की आधारशिला रखेंगे।
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने नदियों को प्रदूषण से बचाने की प्रक्रिया शुरू की है। इसके लिए सभी निकायों को सीवेज व सीवरेज ट्रीटमेंट बनाने का निर्देश दिया है। निगम ने वर्ष 2020 से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की प्लानिंग कर रही है। शुरुआत में 20 एमएलसी क्षमता का प्लांट लगाने की प्लानिंग की गई। उस समय इसकी लागत 45 करोड़ थी, लेकिन इस योजना को मंजूरी ही नहीं मिल पाई। इसके बाद फिर से सर्वे कर छोटे नालों को बड़े नालों से जोड़ने की योजना बनाई गई। इसकी क्षमता भी बढ़ाकर 35 एमएलडी कर दी है। अब उसकी लागत भी 130 करोड़ रुपए हो गई है। अमृत मिशन 2.0 से इसकी मंजूरी भी मिल गई। फरवरी में नगर निगम और एनटीपीसी के भी पानी खरीदने एमओयू हो चुका है। सीवेज वाटर का ट्रीटमेंट कर एनटीपीसी को ही दिया जाएगा। योजना की अब कुल लागत 168 करोड़ 95 लाख रुपए है। इसके तहत सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट 130 करोड़ से बनेगा। इसके बाद 38 करोड़ 78 लाख रुपए से 20 एमएलडी क्षमता का टीटीपी का निर्माण किया जाएगा। एसटीपी के माध्यम से ही पानी को साफ कर टरसरी ट्रीटमेंट प्लांट में पहुंचाएंगे। यहां से मानक अनुरूप पानी साफ कर उसे एनटीपीसी को आपूर्ति की जाएगी। एनटीपीसी इस पानी का उपयोग प्लांट के कूलिंग सिस्टम के लिए करेगा। - एनटीपीसी 7.50 रुपए प्रति किलो लीटर की दर से खरीदेगा पानी
नगर निगम ही सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का संचालन करेगा। यहां साफ हुए पानी का उपयोग एनटीपीसी पावर प्लांट में करेगा। 1 किलो लीटर पानी की कीमत 7.50 रुपए तय की है। 1 किलो लीटर में 1 हजार लीटर पानी होता है। इसके लिए एसेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड से भी मंजूरी मिल चुकी है। निगम को आगे इसके संचालन में कोई दिक्कत नहीं होगी। - प्रगति नगर में 6 एकड़ जमीन आवंटित
एनटीपीसी की पुरानी कॉलोनी प्रगति नगर में 6 एकड़ जमीन प्लांट के लिए आरक्षित की गई है। कॉलोनी पहले से ही डिस्मेंटल हो चुकी है। हालांकि इसके आसपास लोगों ने कब्जा कर मकान बना लिया है। इसे हटाने की भी कार्यवाही होगी। इसके पास से टू लेन सड़क गुजरी है, जो दर्री बराज पुल को जोड़ती है। - फाइव स्टार रेटिंग के लिए निगम का वाटर प्लस होना जरूरी
नगर निगम ने इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण में फाइव स्टार रेटिंग के लिए दावा किया है। इसके लिए वाटर प्लस होना जरूरी है। बिना सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बने यह संभव नहीं है। प्लांट बनने के बाद कोरबा निगम भी वाटर प्लस हो जाएगा। इसके लिए अलग से अंक निर्धारित है। - नदी किनारे बिछाई जाएगी 11 किमी पाइपलाइन
शहर के नालों से सभी छोटी-बड़ी नालियों को जोड़ा जा रहा है। इसका पानी अभी सीधे नदी में जाता है। पाइपलाइन के माध्यम से ही नालों का गंदा पानी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचेगा। इसके लिए ही नदी किनारे 11 किलोमीटर पाइपलाइन बिछाई जाएगी। इससे शहर में किसी तरह की पाइपलाइन बिछाने खुदाई करनी नहीं पड़ेगी। - एसटीपी का निर्माण समय पर हो, करेंगे प्रयास : निगम आयुक्त आशुतोष पांडेय
कोरबा नगर निगम आयुक्त आशुतोष पांडेय का कहना है कि एसटीपी का निर्माण समय पर हो इसका प्रयास किया जाएगा। इसके निर्माण से हसदेव नदी में गंदा पानी नहीं जाएगा। इसकी पूरी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।