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सामुदायिक भागीदारी से बच्चों के साथ खुशियों का साझा अवसर हैं न्योता भोज…

सामुदायिक भागीदारी से बच्चों के साथ खुशियों का साझा अवसर हैं न्योता भोज
- सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देकर शिक्षा और समाज के बीच एक मजबूत पुल का कर रहा कार्य
कोरबा । न्योता भोज जैसे आयोजन न केवल बच्चों को एक सुखद अनुभव देते हैं, बल्कि यह सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देकर शिक्षा और समाज के बीच एक मजबूत पुल का कार्य कर रहा है, जिसमें अभिभावक, शिक्षक और स्थानीय समुदाय एकजुट होकर बच्चों के विकास में योगदान दे रहे हैं। न्योता भोज एक विशेष अवसर के रूप में सामने आया है, जहां विद्यालय छात्रों के साथ खुशियाँ मनाने के साथ-साथ सामुदायिक भागीदारी को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल से शुरू हुआ न्योता भोज कार्यक्रम अब पूरे प्रदेश के विद्यालयो में सामुदायिक सहभागिता का नया अध्याय लिख रहा है। विद्यालय, आश्रम और छात्रावासों में विशेष अवसरों, राष्ट्रीय पर्व, जन्मदिवस, वर्षगांठ सहित अन्य विशेष दिनों पर आयोजित होने वाले न्योता भोज में विद्यार्थियों के साथ-साथ जनप्रतिनिधि, अधिकारी, शिक्षक और अभिभावक भी शामिल होते हैं। यह आयोजन छात्रों के लिए खुशियाँ लाने का माध्यम के साथ ही समुदाय, अभिभावकों, शिक्षकों और अधिकारियों के बीच संबंधों को और मजबूत करने का एक जरिया भी है।
इस दौरान विद्यालय के आंगन में सजे हुए इस भोज में बच्चों के लिए अनेक पसंदीदा स्वादिष्ट पकवान तैयार की जाती हैं। खीर, पूड़ी, मिठाईयां जिससे न केवल उनका पेट भरता है, बल्कि उनके दिलों में भी एक सुकून और अपनापन का अहसास दिलाता है। यह अवसर एक भोज से कहीं अधिक होता है यह एक सामूहिक प्रयास है, जो छात्रों में सामूहिकता, एकता और समाज के प्रति जिम्मेदारी का भाव जगाता है।
इस भोज के माध्यम से विद्यालय, समुदाय और प्रशासन एक मंच पर एकजुट होते हैं। जनप्रतिनिधि और अधिकारी इस दिन छात्रों के साथ संवाद करते हैं, उन्हें शिक्षा के महत्व की जानकारी देकर उन्हें मन लगाकर पढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। अभिभावक, जो स्कूलों से दूर रहते हैं, इस अवसर पर आकर अपनी जिम्मेदारियों को समझते हैं और छात्रों के भविष्य के लिए प्रशासन के साथ मिलकर काम करने के लिए संकल्पित होते है। बच्चों के लिए यह अवसर बाहरी दुनिया से जुड़ने और अपनी संस्कृति को समझने का होता है। प्रशासनिक अधिकारियों एवं समुदाय प्रमुख को अपने बीच पाकर वे अपने बेहतर भविष्य के लिए सजग होते है। इस दिन, सभी मिलकर एक परिवार की तरह भोज का आनंद लेते हैं और शिक्षा के क्षेत्र में सामूहिक प्रयासों को बढ़ावा देने का संकल्प लेते हैं। न्योता भोज ने यह सिद्ध कर दिया है कि जब समुदाय, शिक्षा और प्रशासन मिलकर काम करते हैं, तो समाज में शिक्षा और सामाजिक समरसता का एक नया आयाम स्थापित होता है। यह आयोजन बच्चों के जीवन में एक नई रोशनी लेकर आता है और उनके दिलों में सामूहिकता, एकता और साझा खुशियों का संदेश फैलाता है।