इंटक महासचिव हारे 3.50 तोला सोना,पुरुषोत्तम कंवर की हार के लिए बताई बहुत बड़ी वजह…आप भी देखें रोचक वायरल वीडियो
कोरबा। विधानसभा चुनाव 2023 खत्म हो चुका है और अब सरकार बनाने की तैयारी में भारतीय जनता पार्टी लगी हुई है। दूसरी तरफ हार और जीत को लेकर चर्चाओं का बाजार अभी भी गर्म है। कड़कड़ाती ठंड में एक रोचक वीडियो ने कोयलांचल की राजनीतिक सरगर्मी को इसलिए बढ़ा दिया है क्योंकि पुरुषोत्तम कंवर की हार का बड़ा कारण सामने आया है। कोयलांचल के स्थानीय सोशल मीडिया व्हाट्सएप ग्रुप और ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के ग्रुप में यह वीडियो बड़ी तेजी से वायरल है।
इस वीडियो में कांग्रेस की इकाई श्रम संगठन इंटक के महासचिव, वरिष्ठ और कट्टर कांग्रेसी नेता देमंत कुमार मिश्रा और युवा पत्रकार का सम्वाद है। कटघोरा विधानसभा में भाजपा के प्रत्याशी प्रेमचंद पटेल की जीत के प्रति आश्वस्त थे व जीत की घोषणा पहले ही कर दी थी जबकि देमंत कुमार मिश्रा ने पुरुषोत्तम कंवर की जीत का भरोसा जताया था। इस बात को लेकर दोनों के बीच शर्त लगी थी कि यदि पुरुषोत्तम जीते तो देमंत कुमार को सोने की तीन माला बनवाकर मिलती और पुरुषोत्तम के हारने पर देमंत कुमार ने अपने गले में मौजूद 3.50 तोला वजनी सोने का चैन देने की शर्त लगाई थी। पुरुषोत्तम कंवर भारी मतों के अंतर से चुनाव हार गए। अपनी शर्त को पूरा करते हुए देमंत कुमार मिश्रा ने कहा कि जुबान तो जुबान होती है, मुझे इस बात का पूर्ण विश्वास था कि पुरुषोत्तम चुनाव जीतेंगे पर उनके साथ चल रहे कार्यकर्ताओं ने धोखा दिया है। पुरुषोत्तम हम जैसे लोगों को पहचान नहीं पाए। वे अपने में ही मशगूल रहे। इस बीच एक शख्स ने कहा कि पुरुषोत्तम को उनके कर्मों का फल मिला, तो इस पर कहा कि जनता जनार्दन का फैसला है, जो सिर आंखों पर है। चूक हुई है, गलती हुई है जिसकी समीक्षा करना चाहिए। मिश्रा ने अपने शर्त की जुबान को पूरा करते हुए गले से साढे तीन तोला वजनी सोने की चेन निकाल कर जीतने वाले के गले में पहनाते हुए कहा कि इसे दु:खी मन से दे रहा हूं, मुझे विश्वास है कि यह मुझे वापस मिलेगा। दूसरी तरफ शर्त के मुताबिक सोने की चेन पाने के बाद इसे बेचकर समर्थकों के साथ पार्टी की बात जीतने वाले ने कही। यह रोचक वीडियो स्थानीय तौर पर खूब वायरल हो रहा है।
वैसे बता दें कि कोरबा जिला ही नहीं बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ में प्रत्याशियों के हार-जीत तथा सरकार गिरने-बनाने को लेकर बड़े पैमाने पर लोगों ने शर्त लगाए और जो जीते उनके चेहरे पर खुशी और जो हारे, उनके चेहरे पर दु:ख के भाव सहज ही झलके।