नहर का तटबन्ध फूटा, विभाग की लापरवाही उजागर
कोरबा। कोरबा में शहर से लगे सीतामणी के निकट भिलाईखुर्द दायीं नहर का तटबंध पिछली रात फूट जाने से लाखों लीटर पानी बह गया। इस नहर का निर्माण जल संसाधन विभाग ने कराया था। घटिया निर्माण और देख रेख का अभाव की वजह से दायीं तट नहर का तटबंध फूटा है, जिसे लेकर अब विभाग मरम्मत की लीपापोती करने में जुटा है।
बताया जा रहा है कि तटबंध का ऊपरी हिस्सा सुरक्षित है, लेकिन सतह पर बड़ा सुराख हो गया है। इससे तेज गति में पानी बहा है। कुछ ग्रामीणों ने जब पानी बहते हुए देखा तो इसकी सूचना सिंचाई विभाग को दी। स्थानीय लोगों की माने तो घटना देर रात की है।
नहर में पानी का बहाव बहुत तेज था। सुबह जब लोगों की नजर इस पर पड़ी तब तक नहर से नदी में लाखों लीटर पानी बह चुका था। पानी किसानों के खेतों और बाड़ी के किनारे से होते हुए हसदेव नदी में जाकर मिल गया।
किसानों ने बताया कि ये पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी सीतामढ़ी क्षेत्र में एक बड़ा हिस्सा का मध्य तटबंध टूट गया था। इसके बाद पानी आसपास के घरों में घुस गया था। इसके बाद काफी लंबे समय तक मरम्मत कार्य चला।
नहर का तटबंध टूटने की जानकारी मिलने पर जल संसाधन विभाग की इंजीनियर संजू मानिकपुरी मौके पर पहुंची। उन्होंने बताया कि रात लगभग 10 बजे तटबंध के टूटने की जानकारी विभाग को मिली थी। फिलहाल जल संसाधन विभाग नहर के टूटे हिस्से को दुरुस्त करने में लगा हुआ है।
बता दें कि नहर के कई हिस्से जर्जर हो चुके हैं, जिसका समय-समय पर मरम्मत नहीं होने से वर्तमान में स्थिति बेहाल है। कई जगहों पर बोरे से रेत भरकर बांधा गया है। वहीं कई जगह टूटने की स्थिति है। समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो बड़ी घटना हो सकती है।