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उपसरपंच ने प्रमुख सचिव पंचायत से की शिकायत, सरपंच के खिलाफ निलंबन बर्खास्तगी के आदेश का किया जाए परिपालन, सभी योजनाओं के राशि आहरण पर रोक लगाने की मांग

उपसरपंच ने प्रमुख सचिव पंचायत से की शिकायत, सरपंच के खिलाफ निलंबन बर्खास्तगी के आदेश का किया जाए परिपालन, सभी योजनाओं के राशि आहरण पर रोक लगाने की मांग

कोरबा। ग्राम पंचायत रजगामार में उठा पटक थमने का नाम नहीं ले रहा है। आरोप प्रत्यारोप के बीच शासन स्तर पर जांच शुरू हो चुकी है। अब ग्राम पंचायत के उप सरपंच ने एक और शिकायत कर विवाद को बढ़ा दिया है।
उपसरपंच जितेन्द्र प्रसाद राठौर ने सरपंच के खिलाफ प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से शिकायत की है। उप सरपंच ने शिकायत में कहा है कि ग्राम पंचायत रजगामार सरपंच रामूला राठिया के निलंबन बर्खास्तगी के आदेश के परिपालन एवं सभी योजनाओं के राशि आहरण पर रोक लगाई जाए। वर्तमान सरपंच रामूला राठिया एवं सचिव ईश्वर धिरहे के भ्रष्टाचार के खिलाफ दिनांक 19.01.2023 को शिकायत किया गया था। शिकायत जाँच में 15600000/- (एक करोड़ छप्पन लाख) का गबन पाया गया जिसके आधार पर कार्यालय जनपद पंचायत कोरबा के पत्र क. 9961/शि.का.जांच/2022-23 कोरबा दिनांक 10.04.2023 के अनुसार सरपंच एवं सचिव पर एफ. आई. आर. दर्ज किया अनुविभागीय अधिकारी के द्वारा निलंबित कर दिया गया। उसके पश्चात उनके द्वारा न्यायालय से स्टे ले लिया गया। तात्कालिन सचिव ईश्वर धिरहे को बर्खास्त कर दिया गया है। स्टे का समय भी पूरा हो चुका है, लेकिन सरपंच के उपर कोई कार्यवाही नहीं किया गया है। पुनः 13.03.2024 को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कोरबा द्वारा अनुविभागीय अधिकारी को धारा 40 में कार्यवाही हेतु पत्र प्रेषित किया गया, किंतु आज 8 माह बाद भी कोई कार्यवाही नहीं किया गया। उक्त प्रकरण में सरपंच एवं उनके करीबियों के उच्च राजनीतिक पहुँच के फलस्वरुप अधिकारियों पर दबाव पूर्वक (अपने पक्ष में निर्णय एवं कार्यवाही से बचने हेतु) पुनः जांच कराया गया, जिसमें सरपंच अपने उपर लगे 15600000/- के रिकवरी से बचने के लिए जिस कार्य को दूसरे पंच के द्वारा कराया गया है जिसका भुगतान भी नहीं हुआ है उस पर भी बोर्ड लगाया है। जिससे अपने उपर लगे भ्रष्टाचार से बच सकें। जिससे पंचो में रोष व्याप्त है। पुनः जाँच पश्चात भ्रष्टाचार सत्य पाया गया उसके फलस्वरुप दिनांक 29.08.2024 को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कोरबा द्वारा 7205139/- की वसूली हेतु एवं बिना मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कोरबा के आदेश के राशि आहरण पर प्रतिबंध लगाया गया है, जिसमें 04.10.2024 तक समय दिया गया था किंतु आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। ग्राम पंचायत रजगामार ने समान्य सभा बैठक की सूचना 12:08 2024 को निकाली गई। बैठक दिनाक 13:08 2024 को ही थी। जबकि पंचायत राज अधिनियम में स्पष्ट उल्लेख है कि सूचना 7 दिवस पूर्व निकालने का प्रावधान है। दिनांक 13.08.2024 को बैठक निरस्त करने हेतु मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कोरबा एवं सचिव ग्राम पंचायत रजगामार को पत्र प्रेषित किया गया था। फिर आज तक बैठक की सूचना नहीं दी गई। परंतु फर्जी प्रस्ताव कर राशि आहरण किया जा रहा है दिनांक 28.08.2024 को मुलभूत योजना से 585000/- एवं 14.10.2024 को 15 वें वित योजना से 7882005- आहरण किया गया है। जो न्याय संगत नहीं है। वसूली हेतु पत्र जारी होने को बाद भी उनके द्वारा भ्रष्टाचार किया गया है। ग्राम पंचायत रजगामार के तात्कालिन सचिव ईश्वर धिरहे को बर्खास्त कर दिया गया है, किंतु सरपंच के उपर कार्यवाही नहीं हुई है। जिससे उनका मनोबल बढ़ता जा रहा है। और नियम विरुद्ध तरीके से राशि आहरण किया जा रहा है। उप सरपंच ने मांग की है कि सरपंच के विरुद्ध कार्यवाही की जाए। जब तक सरपंच पर कार्यवाही नहीं हो जाती तक तक सभी योजनाओं की राशि आहरण पर रोक लगाई जाए ताकि इस प्रकार भ्रष्टाचार की पुनरावृत्ति न हो।

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