KORBA:-भीषण गर्मी में खुलेंगे स्कूल, अभिभावकों को सता रही बच्चों की सेहत की चिंता…कई स्कूलों में है पर्याप्त सुविधाओं की कमी

भीषण गर्मी में खुलेंगे स्कूल, अभिभावकों को सता रही बच्चों की सेहत की चिंता
0 कई स्कूलों में है पर्याप्त सुविधाओं की कमी
कोरबा। उमस भरी गर्मी के बीच एसी, कूलर, पंखे भी राहत नहीं पहुंच पा रहे हैं। अब ऐसी गर्मी के बीच स्कूल खुलेंगे। अवकाश अवधि नहीं बढऩे से अभिभावक चिंतित है कि कहीं इस गर्मी में उनके बच्चों की सेहत में बिगड़ जाए। जिले में कई स्कूल ऐसे हैं जहां गर्मी से बचाव के लिए पर्याप्त इंतजाम और सुविधा नहीं है। ऐसे में इन स्कूल के बच्चों को और अधिक परेशानी होगी।
शिक्षा सत्र 2025-26 का शुभारंभ 16 जून से हो जाएगा। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के साथ केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से संबद्ध जिले के सरकारी व निजी स्कूलों के खुलने व बंद होने के समय इन दिनों पड़ रही भीषण गर्मी का असर बच्चों पर पड़ सकता है। क्योंकि तापमान का पारा 40 डिग्री के आसपास बना हुआ है। जबकि मई माह के साथ नौतपा में पडऩे वाली गर्मी से लोगों को राहत मिली थी। क्योंकि भीषण गर्मी की बजाय तेज हवाओं के साथ बारिश होती रही। नौतपा की विदाई के बाद से मौसम बदला हुआ है। बारिश की संभावना के विपरीत उमस भरी गर्मी बनी हुई है। वातावरण में नमी के कारण दिन में सूर्य की किरणों का असर जन स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। ऐसे में छोटे छोटे बच्चों के साथ ही बड़ी कक्षाओं के छात्रों को परेशान होना पड़ेगा, क्योंकि सुबह से लेकर दोपहर 2 बजे तक हर दिन तेज धूप हो रही है। हालाकि मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 15 जून को तापमान का पारा 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचेगा। जिसके कारण दोपहर में धूप के साथ बादल छाए रहेंगे और देर रात बारिश भी हो सकती है। 16 जून को अच्छी बारिश व बादल छाए रहने की संभावना है। इसके साथ ही तापमान में गिरावट बनी रह सकती है। ऐसे में गर्मी से राहत मिलेगी।
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आषाढ़ में जेठ जैसी उमस भरी गर्मी
आषाढ़ में जेठ जैसी उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान कर रही है। इससे लोग परेशान हैं। लोगों को मानसून की बारिश का इंतजार है। बारिश नहीं होने से लोगों के साथ ही किसान भी परेशान हैं। मौसम विभाग के अनुसार 12 जून के आसपास मानसून सक्रिय होने के अनुमान लगाया था, लेकिन कोरबा जिले में मानसून नहीं पहुंचा है। हालांकि बताया जा रहा है कि पड़ोसी जिलों तेज हवा चलने के साथ ही बारिश हुई है। इससे किसानों को थोड़ी राहत मिली है। किसानों के साथ लोग भी मानसून की बारिश का इंतजार कर रहे हैं। ताकि उमस भरी गर्मी की बेहाली से थोड़ी राहत मिल सके। मौसम में बदलाव का असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। जोग सर्दी, खांसी, बुखार सहित अन्य मौमसी बीमारी से परेशान हो रहे हैं। इधर तेज धूप के बीच बिजली की चरमराई व्यवस्था ने लोगों को बेहाल कर दिया है। अधिकांश बस्तियों में दिन में दो से तीन बार बिजली बंद हो रही है। बावजूद इसके विद्युत वितरण कंपनी की ओर से समस्या पर गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है। इसे लेकर लोगों में नाराजगी बढ़ रही है।
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अवकाश में बढ़ोत्तरी की मांग
16 जून से नया शिक्षण सत्र खोलने की तैयारी के बीच नागरिक संघर्ष समिति के अध्यक्ष नूर न्याज आरबी ने मुख्यमंत्री से मांग किया है कि गर्मी को देखते हुए ग्रीष्म अवकाश 30 जून तक बढ़ाया जाए। पिछले महीने सरकार ने 15 जून तक अवकाश घोषित किया था। सरकार से मांग की गई है कि छोटे-छोटे बच्चों को भीषण गर्मी से राहत दिलाने, धूप के प्रचंड कहर से बच्चों को बचाने शासकीय एवं अशासकीय दोनों वर्गों के प्राथमिक, मिडिल, हाई एवं हायर सेकेण्डरी विद्यालयों, महाविद्यालयों में तत्काल ग्रीष्मकालीन अवकाश को 30 जून तक बढ़ाने कि घोषणा की जानी चाहिए।