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KORBA:- पुण्यश्लोक लोकमाता अहिल्याबाई होलकर के जीवन को चित्रों में उकेरा कलाकारों ने…

पुण्यश्लोक लोकमाता अहिल्याबाई होलकर के जीवन को चित्रों में उकेरा कलाकारों ने
- संस्कार भारती के कला साधकों ने की मेहनत
- दर्शकों ने इस प्रयास की करी सराहना
कोरबा । संपूर्ण देश में पुण्यश्लोक लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की त्रि-शताब्दी जयंती पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किये गये। इसी कड़ी में संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार की संस्था दक्षिण-मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र नागपुर द्वारा छत्तीसगढ़ में चित्रकला का विशिष्ट आयोजन देखने को मिला। संस्कार भारती छत्तीसगढ़ के प्रस्ताव पर दक्षिण-मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र नागपुर की निदेशक श्रीमती आस्था कारलेकर द्वारा पुण्यश्लोक लोकमाता अहिल्याबाई होलकर के जीवन पर आधारित 51 चित्रों की एक प्रदर्शनी निर्माण करने की स्वीकृति सहर्ष प्रदान की। संस्कार भारती ने रायपुर, कोरबा, भिलाई, राजनांदगांव, जशपुर, रामानुजगंज, बिलासपुर सहित अनेक स्थानों पर प्रदर्शनी लगाई। हजारों लोगों ने इसका अवलोकन किया।
संस्कार महोत्सव रायपुर में इस प्रदर्शनी का विधिवत् उद्घाटन प्रदेश के प्रसिद्ध कलाकार पद्मश्री अनुज शर्मा विधायक ने किया। समापन अवसर पर प्रसिद्ध सिने कलाकार पद्मश्री मनोज जोशी मुंबई ने लोकमाता अहिल्याबाई की इस प्रदर्शनी को सराहा। रायगढ़ में भी प्रदर्शनी लगाई गई। बिलासपुर में इस प्रदर्शनी का अवलोकन प्रदेश के कल्याण आश्रमों में रहने वाले 10वीं, 11वीं और 12वीं में पढने वाले लगभग 200 आदिवासी छात्र-छात्राओं ने किया। देवी अहिल्याबाई के चरित्र पर संभाषण करते हुए राष्ट्र सेविका समिति की सुश्री सुलभा ताई देशपांडे ने कहा कि पुस्तक में किसी महापुरुष की जीवनी पढने से कुछ दिनों में उसकी स्मृति का क्षरण हो जाता है। कोरबा में सात दिन के लिए यह प्रदर्शनी लगी। यहां राष्टीय स्वयंसेवक संघ का प्रादेशिक संघ शिक्षा वर्ग चल रहा था, जिसमें 700 युवाओं ने प्रदर्शनी के माध्यम से अहिल्याबाई के जीवन को समझा और देखा। प्रदर्शनी का अवलोकन कोरबा के सैकड़ों प्रबुद्ध वर्ग एवं व्यवसायियों ने किया, इसमें प्रमुख रूप से लखन देवांगन वाणिज्य, उद्योग एवं श्रम मंत्री छत्तीसगढ़ शासन शामिल थे। भिलाई नगर में भी इस प्रदर्शनी को सैकड़ों की संख्या में लोगों ने देखा।
कोरबा में एक कन्वेंशन सेंटर का नामकरण लोकमाता अहिल्याबाई होलकर के नाम पर करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय स्वयं पधारे थे। यह प्रदेश का एकमात्र ऐसा ऑडिटोरियम है जिसका नाम पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होल्कर कन्वेंशन सेंटर रखा गया। इस अवसर पर दक्षिण-मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र नागपुर और संस्कार भारती छत्तीसगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में बनी अहिल्याबाई होल्कर की प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई के जीवन पर इतनी बड़ी प्रदर्शनी जीवन में पहली बार देख रहा हूं।
अहिल्याबाई होलकर के चित्रों को तैयार करने में निर्मलकर महासमुंद, कल्याणी बाटवे बिलासपुर, खुशी चौधरी रायपुर, राजेंद्र राव राऊत कोंडागांव, अंकिता राऊत कोंडागांव, शीतल शर्मा रायपुर, संदीप कुमार सारथी कटघोरा, चंदन कुमार बिलासपुर, हर्ष रजक बिलासपुर, ऋचा तेजस रायपुर, अवध राम कंवर कुरुद, कामिनी साहू बिलासपुर, आंचल यादव बिलासपुर, स्वाती देवांग पंड्या रायगढ़, मनहरण देवांगन रायपुर, सुरेंद्र कुमार मेहर रायगढ़, चित्रा देवांगन कोरबा, रोशनी साहू दुर्ग, शिवा साहू रायपुर, दीपक शर्मा रायपुर, डॉ. शशि प्रिया उपाध्याय रायपुर, मनीष शर्मा रायपुर, रविंद्र कश्यप जांजगीर-चांपा, मनोज श्रीवास्तव रायगढ़, मोना केवट बिलासपुर, निलेश कश्यप रायपुर, पुष्तम तांडी रायपुर, धृति राठौर रायगढ़, दिव्य प्रकाश साहू कुरूद, नेहाल वैष्णव बिलासपुर, निकिता साहू रायपुर, दिव्या चंद्रा बिलासपुर, वंशिका मिश्रा बिलासपुर, अमृता गौरव श्रीवास्तव महासमुंद, गौरव सिंह राजनांदगांव, हरि सिंह क्षत्री कोरबा, सिद्धार्थ सोनी रायपुर, राहुल दत्त रायपुर, शिवेंद्र सिंह कोरबा, चंद्रशेखर देवांगन बिलासपुर, स्नेहा यादव बिलासपुर,अरविंद यादव रायपुर, सोनम शर्मा रायपुर, रूपाली काले बिलासपुर, भोजराज धनगर रायपुर, राकेश यादव राजनांदगांव ने विशेष योगदान दिया।