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आलू-प्याज बेचने वाला बबलू अब “GST इंस्पेक्टर”

0 हालातों ने खूब छकाया, असफलताओं ने डिगाया पर हिम्मत नहीं हारी

कोरबा। “कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता,एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों”….हौसला अफ़जाई करने वाली इन पंक्तियों को साकार किया है कोरबा के बबलू ने।असामान्य और विपरीत आर्थिक हालातों से जूझते हुए भी हौंसला न छोड़ने वाला छत्तीसगढ़ के कोरबा में सीतामढ़ी का निवासी बबलू गुप्ता वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्त हुआ। न तो महंगी कोचिंग क्लास ली और न ही इसमें लाखों रुपए खर्च किए बल्कि अपनी मेहनत के बूते यह मुकाम हासिल किया।
बबलू गुप्ता के पिता संतोष गुप्ता बाजार में आलू-प्याज बेचकर घर खर्च चलाते हैं, इस कार्य में बबलू भी हाथ बंटाता रहा व बाजार में पसरा पर बैठकर आलू-प्याज बेचता दिखा।
बबलू गुप्ता ने जब सिविल सर्विस की तैयारी करने का फैसला किया, तो कोचिंग क्लास जाने के लिए पैसे नहीं थे लेकिन मुश्किल हालातों के आगे घुटने नहीं टेके और अपने फैसले पर अड़े रहे। दिन-रात मेहनत की और जीएसटी इंस्पेक्टर बनने में सफलता हासिल कर लिया।
0 मेरिट सूची में शामिल रहा बबलू

बबलू बचपन से ही पढ़ाई में होनहार रहा, इसलिए पिता ने पढ़ाई करने से नहीं रोका। बबलू ने रानी रोड स्थित गायत्री स्कूल 2015 में 12वीं 95.6% छत्तीसगढ़ मेरिट सूची में 5वीं रैंक हासिल कर कोरबा जिला का नाम रोशन किया था। उसके बाद सेेेेे लगातार मेहनत करते रहे। 2020 में एसएससी परीक्षा के समय पढ़ाई के साथ-साथ बुधवारी बाजार में बड़े भाई गोपाल गुप्ता के साथ आलू-प्याज भी बेचा। इसी दौरान चाचा और पिता की तबीयत खराब होने पर अस्पताल में भी रहता था लेकिन हिम्मत नहीं हारा व समय निकाल कर तैयारी जारी रखा।
0 बबलू गुप्ता ने पोस्टमैनी भी की
संघर्ष करते हुए बबलू वर्ष 2018 में पोस्ट ऑफिस में जीडीएस के रूप में सेलेक्ट हुआ और पोस्टमैन के रूप में अपनी सेवा दिया। 2018 में रेलवे ग्रुप डी क्लियर किया लेकिन फिजिकल में चूक गया। 2019 रेलवे एनटीपीसी क्लियर करने से 3 नंबर से चूक गया। पोस्ट ऑफिस में काम करते हुए 2020 में एसएससी सीजीएल का पहला प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली। 2021 में एसएससी एमटीएस फर्स्ट बार में ही क्लियर कियाl 2022 में एसएससी सीएचएसएल परीक्षा क्लियर किया पर मेन्स में रह गया। 2022 में एसएससी सीपीओ सब इंस्पेक्टर का एग्जाम क्लियर किया लेकिन चेस्ट 2 सेंटीमीटर कम पड़ गया और उसमें भी सेलेक्ट नहीं हो पाया। 2022 एसएससी सीजीएल फिर से क्लियर किया लेकिन मेन्स में 0.9 नंबर से चूक गया। इन असफलताओं पर भी वह हिम्मत नहीं हारा और हौंसला बनाये रखा। आखिरकार एसएससी सीजीएल 2023 क्लियर किया और ऑल इंडिया रैंक 641 जीएसटी (एक्साइज इंस्पेक्टर) बन गया। इस परीक्षा को भी एम.टी.एस. के पद पर कार्य करते हुए क्लियर किया। एम.टी.एस. के रूप में अभी वह केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग बिलासपुर में पदस्थ है।

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