बिजली दर वृद्धि वापसी एवं अघोषित कटौती के खिलाफ आप का हल्ला बोल, रैली निकालकर पहुंचे कलेक्ट्रेट
कोरबा। राज्य में जुलाई महीने से बिजली की दरों में प्रति यूनिट लगभग 20 पैसे की वृद्धि छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड द्वारा प्रस्तावित है। उक्त बढ़ी हुई दरों से प्रदेश के गरीब तबके और आम जनता को परेशानी उठानी पड़ेगी। जिसके विरोध में गुरुवार को आम आदमी पार्टी ने रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में कहा गया है कि नई दरों में वृद्धि का कारण छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी द्वारा सरकार को प्रस्तुत किए गए लगभग 4,550 करोड़ के घाटे को इंगित किया जा रहा है। जिसके लिए नए टैरिफ की जरूरत मानी जा रही है। विदित हो कि छत्तीसगढ़ बिजली सरप्लस राज्य है, आम जनता को सस्ती बिजली मिलने के बजाय बिजली महंगी करनी की योजना बनाई जा रही है, जबकि सरकार को अपने खर्चे में कटौती करनी चाहिए। विद्युत की 4 कंपनियों की जगह है अगर 1 कंपनी होती तो अतिरिक्त 3 कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारी के वेकेशन और खर्चों की बचत होती। विद्युत कंपनियों के खर्चे कम नहीं कर रहे जिसकी भरपाई छत्तीसगढ़ की जनता से बिजली दर में बढ़ाकर की जा रही है। बिल में हर माह ऊर्जा प्रभार के साथ अनेक गैरजरूरी चार्ज लिए जाते हैं।विगत कुछ माह पूर्व ही सरकार ने कमर्शियल का रेट बढ़ाया था जिसे व्यापारियों ने अपने सामान का रेट बढ़ाकार जनता से ही वसूला जा रहा है। विद्युत कंपनिया छत्तीसगढ़ की जनता की जेब काटने का काम कर रहे हैं और अपने खास की निजी फायदा पहुंचाने का काम कर रहे हैं। सरकार बढ़ी हुई बिजली दर को वापिस नहीं लेती है और ऐसे ही असमय बिजली कटौती करती रहेगी तो आने वाले समय में आम आदमी पार्टी आम जनता के लिए बड़ा आंदोलन करेगी।
