2 मित्र करेंगे देहदान-नेत्रदान
- संकल्प का भरा घोषणा-पत्र
कोरबा । कोरबा जिले में मरणोपरांत मिट्टी में मिल जाने वाला शरीर व्यर्थ जाने के बजाए समाज के काम आ सके, इस सोच के साथ बालकोनगर में रहने वाले बुजुर्ग मित्र की जोड़ी ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचकर देहदान-नेत्रदान का संकल्प लिया। बालको नगर क्षेत्र के कैलाशनगर-बेलाकछार निवासी बुजुर्ग विवारू राम नोनिया और बुद्धू दास महंत मित्र हैं।
एक दशक से वे सुबह एक साथ वॉकिंग पर निकलते हैं। इस दौरान उनके बीच घर-समाज को लेकर चर्चा होती है। ऐसे ही एक दिन उनके बीच उम्र के पड़ाव को देखते हुए कभी भी निधन हो जाने और उसके बाद शरीर के मिट्टी में मिल जाने की बात हुई। इस दौरान उन्होंने अंतिम संस्कार से शरीर के दुनिया से व्यर्थ जाने के बजाए देहदान-नेत्रदान करने से मेडिकल कॉलेज में बनने वाले चिकित्सको के काम आने और उनकी आंख से दूसरों की जिंदगी रोशन होने से समाज के काम आने की चर्चा हुई। चलते-चलते ही दोनों साथी ने समाज के लिए देहदान और नेत्रदान करने का मन बना लिया।


















