
अंबिकापुर : कलेक्टर अजीत वसंत की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक सम्पन्न
आमजनों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता-कलेक्टर श्री वसंत
स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा कर दिए जरूरी निर्देश
अंबिकापुर, 27 दिसंबर 2025
कलेक्टर श्री अजीत वसंत ने शनिवार को जिला कलेक्टरेट सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक ली। बैठक में स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए उन्होंने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं को आमजन तक सुलभ बनाने निर्देशित करते हुए विभाग को अपने दायित्वों का ईमानदारी के साथ निर्वहन करने कहा। उन्होंने समीक्षा के दौरान कहा कि आमजनों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पी. एस. मार्को, सहित राष्ट्रीय कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी, बीएमओ, डीपीएम, बीपीएम तथा सर्वसम्बन्धित उपस्थित रहे।
मातृत्व मृत्यु दर शून्य लाने का रहेगा प्रयास, हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं पर विशेष निगरानी रखी जाए-
बैठक में कलेक्टर ने जिले में मातृत्व मृत्यु दर की जानकारी लेते हुए कहा कि मातृत्व मृत्यु दर शून्य करना हमारी प्राथमिकता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को पर्याप्त पोषण आहार उपलब्ध कराना, गर्भावस्था के दौरान नियमित जांच, आवश्यक दवाइयों, टीकाकरण आदि सुनिश्चित करें। शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव के लिए लोगों को प्रेरित करना होगा, इसमें मितानिन की भूमिका महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि पहुंचविहीन क्षेत्रों में गृह प्रसव को कम करना होगा। उन्होंने हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं की विशेष निगरानी रखने निर्देशित किया तथा कहा कि मितानिन गर्भवती महिलाओं को जांच हेतु प्रोत्साहित करेंगे। जांच में चिन्हांकित पाए जाने पर सतत मॉनिटरिंग की जाए, सभी बीएमओ इस ओर गम्भीरता से कार्य करें। बैठक में कलेक्टर श्री वसंत ने गंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान कर उन्हें पोषण पुनर्वास केंद्रों में भेजने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रो में शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। जिले में नए एनआरसी बनाने हेतु हेतु स्थान चयन करें, ताकि आवश्यक कार्यवाही की जा सके।
मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में रिफर करने की शिकायत प्राप्त होने पर सम्बन्धितों पर होगी कार्रवाई-
कलेक्टर ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि शासकीय चिकित्सालयों या स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों के द्वारा मरीजों को प्राइवेट चिकित्सालयों में रेफर करने की शिकायत प्राप्त होने पर सम्बन्धितों पर कार्रवाई की जाएगी। मरीजों को परेशानी ना हो, उन्हें भ्रमित ना करें, उपलब्ध संसाधनों का उपयोग कर बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करें। उन्होंने नर्सिंग होम की व्यवस्था सुदृढ करने तथा नर्सिंग होम एक्ट के तहत अवैध क्लीनिकों पर कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।
जिले में वेक्टर जनित रोगों के प्रभाव की ली गई जानकारी-
कलेक्टर श्री वसंत ने जिले में वेक्टर जनित रोगों के प्रभाव की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि वेक्टर जनित रोगों के नियंत्रण के लिए नियमित रूप से सर्विलेंस करें, साथ ही जांच के बाद पाए गए पॉजिटिव मरीजों का पूर्ण रूप से इलाज सुनिश्चित करें। लोगों को जागरूक करें, वेक्टर जनित बीमारियों के लक्षण एवं बचाव के तरीके भी बताए जाएं। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपसी समन्वय एवं सहयोग से राष्ट्रीय वैक्टर जनित रोग नियंत्रण के लिए प्रभावी प्रयास किया जाए जिससे वेक्टर जनित बीमारियों पर नियंत्रण हो सके।
स्वास्थ्य केंद्रों, चिकित्सकों, चिकित्सकीय उपकरणों की उपलब्धता, स्वास्थय सुविधाओं की स्थिति पर हुई चर्चा-
बैठक में जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति, आमजनों तक सेवाओं की पहुंच, स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति, चिकित्सकों की उपलब्धता, चिकित्सकीय उपकरणों, दवाइयों की उपलब्धता सहित अन्य महत्वपूर्ण मानकों के सम्बंध में विस्तृत जानकारी ली गई। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र भवनों की उपलब्धता की जानकारी ली तथा निर्माणाधीन भवनों को जल्द पूरा कराए जाने निर्देशित किया। जिले चिकित्सकीय स्टाफ की उपलब्धता की जानकारी लेते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे केंद्र जहां भवन उपलब्ध है, वहां रिक्तियों की सूची तैयार करें। जिस केंद्र में पद शून्य है, उन्हें प्राथमिकता पर रखें। उन्होंने एम्बुलेंस की उपलब्धता की जानकारी ली तथा कहा विभाग को प्रदान किए गए एम्बुलेंस लगातार संचालित रहें। किसी भी प्रकार की समस्या आने पर अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि जिले में
पर्याप्त मात्रा में चिकित्सकीय उपकरण उपलब्ध हों। चिकित्सकों का मरीजों के प्रति व्यवहार अच्छा रहे, संवेदनशीलता के साथ उपचार किया जाए। उन्होंने कहा कि पीवीटीजी लोगों तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचे।
अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर हुई विस्तारपूर्वक समीक्षा-
बैठक में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम, कुष्ठ उन्मूलन, मलेरिया नियंत्रण, अंधत्व निवारण, तम्बाकू नियंत्रण, एनीमिया मुक्त भारत, बाल स्वास्थ्य कार्यक्रमों सहित अन्य कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए संबंधित विकासखंडों को शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि सिकल सेल बीमारी के प्रति जागरूकता और जांच-उपचार सुविधाओं को और सुदृढ़ करने की जरूरत है। उन्होंने व्यापक सिकल सेल स्क्रीनिंग कर सिकल सेल कार्ड का वितरण करने निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि टीबी मरीजों की नियमित फॉलोअप रिपोर्ट तैयार की जाए और उपचार में किसी भी तरह की लापरवाही न हो। बैठक में आयुष विभाग द्वारा जारी कार्यक्रमों पर भी विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।


















